ROTARY SAHAWAS CARNIVAL –
हंगामा-2022
पिछले दो वर्षों की महामारी, लॉकडाउन, न्यू-नार्मल के बाद डरते, सहमते लोगो को ‘नार्मल लाइफ’ स्वीकारना आसान नही। सड़को, होटलों, थिएटरों, हवाईअड्डो, रेसोर्ट्स पर उमड़ती भीड़ क्या दर्शाती है ? चील, रिलेक्स, एन्जॉय ! अपनो को खोने का गम, सपनो के टूटने का दर्द, धंदो की लगी ‘वाट’, बिखरते रोजगार, वर्क फ्रॉम होम इत्यादि घटनाओं से बदलती, बढती जिंदगी… ऐसी दोलायमान पार्श्वभूमि में 30 अप्रैल 2022, शनिवार को पुण्याई सभागृह, पुणे में संपन्न रोटरी सहवास कार्निवाल-हंगामा 2022।
क्लब एडमिन रो.निवेदिता मुळे और इवेंट डायरेक्टर रो.सुधीर वैद्य की मेहनत और सूझबूझ का ही नतीजा थी वो रंगारंग शाम जिसमे सभी रोटरी सहवासीओ के सहभाग ने इसे और भी रंगीन बनाया। गीत, संगीत, नृत्य को सुनना, देखना हमेशा आनंददायी रहता है और इसे पेश करने वाले अगर आपके अपने मित्र, सहयोगी हो तो क्या बात है ! पेशेवर कलाकारों के अति-सामान्य परफॉर्मन्स को बर्दाश्त करने की आदत है पुणेकरो को। ऐसे में जब शौकिया कलाकर मेहनत और लगन से अपनी कला पेश करते है तो असामान्य लगते है। यही इस कार्निवाल की खासियत थी।
रो. अश्विनी मुळे की पुत्री शारवी मुळे की गणेश वंदना से कार्यक्रम की बहारदार शुरुवात हुई जिसे उसने भरत-नाट्यम शैली में प्रस्तुत किया। शारवी में भविष्य के लिये अच्छी संभावनाएं है। डांस के लिए खड़े होकर नाचना पड़ता है ये हमारी गलतफहमी थी। वर्षा चित्ते, अपर्णा मुटाटकर, मीनल, स्वाती, दीपा और जयश्री धूपकर ने तुमसे मिल के दिल का ये जो हाल कुर्सी पर बैठकर जो प्रस्तुत किया वो कमाल था। मि. एंड मिसेस सहवासी युगलों का रेट्रो डांस – डी वी/मीनल, अजय/अपर्णा, सुधीर/ सुप्रिया, पुरुषोत्तम/निवेदिता, धनेश/अपर्णा, दीपा/हेमंत, अतुल/श्री एक विशेष आकर्षण था जिसमे तालिया भी बजी और सीटियां भी। उड़े जब जब जुल्फे तेरी, जहां में जाती हूँ, ओ मेरी जोहरजबी, एक मे और एक तू, क्या बोलती तू, नैनो में सपना, कोई लडका है, तुम को पाया है, ताल से ताल मिलाओ – हमारे संगीतकारो, गायकों ने फिल्मी गीतों को जो संजीवनी दी है जो हमे हमेशा गाने, थिरकने को ललचाती है और ऐसे कार्निवाल वो प्लेटफार्म होते है जहां आपकी दिली ख्वाहिशें पूरी की जा सकती है। सुधीर का बलराज साहनी, निवेदिता की नीतू सिंह, वसंत का अमीर खान, धनेश का जितेंद्र, हेमंत की शाहरुखी मुस्कान, अतुल-श्री का रोमांस – कुछ खास थे। इन सब के बीच संगीता पंडित की ऐश्वर्या और ऋता की ‘चीटियां कलाइया रे’ सोने पे सुहागा।
जयश्री धूपकर और स्वाती कोठाडिया का छोटा पर सहज स्किट दिल छू गया। इसमें दो सहेलियों की मुलाकात और बात थी। जयश्री का ऐतिहासिक स्थल-दर्शन ( Bridegroom ) अनुभव रोचक था। पुरुषों को नाचना हमेशा चुनौती रही है। जिन्हें नचाना का शौक हो उन्हें नाचना मुश्किल होता है। इस चुनौती को स्वीकारा हमारे चित्ते दा, सुधीर, हेमंत, धनेश, अभिजीत, दिनकर और वसंत जी ने। धनेश, दिनकर ने अपने जलवे यहाँ भी बिखेरे और संगीता की एक सरप्राइज एंट्री ने समां बांधा। रोटरी सहवास की दो मधुर कोकिला- स्वाती कामटीकर और मधुर गोडबोले द्वारा प्रस्तुत ‘मेडली’ मराठी-हिंदी भाव गीत और सिने संगीत का सुमधुर मिश्रण था जिसे सभी ने सराहा।
और अब पेश हुआ Ladies Dance जिसका सभी को इंतज़ार था। संगीता, सुप्रिया, प्रतिभा, पूजा, अपर्णा शाह, मंजूषा, निवेदिता ने मिलकर एक प्रोफेशनल परफॉरमेंस प्रस्तुत की जिसे सहवासीओ ने भी स्टैंडिंग ओवेशन दिया और वन्स मोर भी। इनमे जो नानी,दादी बन चुकी उन्हें ढूंढने, पहचानने उनके पोते, पोती भी स्टेज पर आ गए थे।
सूत्र संचालक, निवेदन की जिम्मेदारी रो.स्वरूप गोडबोले ने बखूबी निभाई और अपनी प्रश्न-मंजूषा से दर्शकों को बांधे रखा। सी एल कुलकर्णी और सुधीर वैद्य दर्शको के बीच रहकर रोटरी सहवासीओ से रोचक, मनोरंजक सीधी-बात की। Know Your Rotarian रोटरी की एक फिलोसोफी रही है। ये प्रश्न और बातचीत उसी की खूबसूरत कड़ी थी जिसके लिये स्वरूप, सुधीर और सी एल बधाई के पात्र है। भावी प्रेसीडेंट रो.अजय मुटाटकर, प्रेसीडेंट इलेक्ट रो.संदेश कोठाड़ीया और प्रेसीडेंट नॉमिनी रो. निवेदिता मुळे ने अपने प्रेसीडेंट-वॉक में अच्छे टीम-वर्क का परिचय देते हुए कुछ हासिल करने का संकल्प दर्शाया।
जिसका हमे था इंतज़ार वो घड़ी आ गई – प्रेसीडेंट डांस… जी हां…प्रे. चित्ते दा और फर्स्ट लेडी वर्षा ताई ने वाकई अपनी जिंदगी की कहानी भावपूर्ण सुनाई – आयुष्या वर बोलू काही…. आप बीती।
” नसतेच घरी तू जेव्हा जीव तुटका तुटका होतो,
जगण्याचे धागे विरति संसार फ़ाटका होतो,
न अजुन झालो मोठा न स्वतन्त्र अजूनी झालो,
तुजवाचून उमगत जाते तुजवाचून जन्मच अडतो “
अमेजिंग परफॉरमेंस रही रोटरी के पहले युगल की।
इस कॉर्निवाल की कहानी कोरियोग्राफर स्नेहा भावे का जिक्र किये बिना अधूरी है। सेलेब्रेटी शामक डावर की शिष्या स्नेहा ने वो एक मंजी हुई कोरियोग्राफर है साबित किया। अपनी छोटी छोटी बातों से डांस की ट्रिक्स और टैक्ट दोनो समझाये। और ये सब कुछ अत्यंत स्नेह से ! धन्यवाद…स्नेहा !
रो. सुधीर वैद्य ने आभार प्रदर्शन किया औऱ टीम सहवास को बधाई दी। पुण्याई हॉल के स्वादिष्ठ भोजन से कार्यक्रम की मीठी समाप्ति हुए। रोटरी 2022-23 की टैगलाइन की तरह यह कॉर्निवाल सही मानो में खुशीयां बांटने, मुस्कुराहटे फैलाने का एक जरिया था – ENJOY ROTARY..
बादल पे पाँव है
या छुटा गांव है
अब तो भई चल पड़ी
अपनी ये नाव है